मान्यवर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की अब चंडीगढ़ को ‘सिंघु बॉर्डर’ बनाने की तैयारी है। इसके लिए किसान मोहाली के गुरुद्वारा अंब साहिब में इकट्ठा होने लगे हैं। वहां दोपहर बाद उनका चंडीगढ़ कूच करने का कार्यक्रम है। इस बीच किसानों के प्रदर्शन से मान सरकार घबरा गई है। जिसके बाद CM भगवंत मान ने किसानों को बातचीत के लिए बुला लिया है। यह मीटिंग चंडीगढ़ स्थित CM हाउस में होगी।
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के किसान नेताओं का कहना है कि CM भगवंत मान ने उनकी जायज मांगें नहीं मानी। इसलिए अब किसान AAP सरकार के खिलाफ बड़ा संघर्ष शुरू करेंगे। पूरे पंजाब से किसान आज मोहाली के गुरुद्वारा अंब साहिब में इकट्ठा होंगे। वहां से दोपहर बाद चंडीगढ़ के लिए कूच करेंगे
जोनवाइज रोपाई और बिजली कटों का विरोध पंजाब सरकार ने इस बार किसानों को एक साथ धान की रोपाई न करने को कहा है। इसके लिए राज्य को 4 जोन में बांटा गया है। इसके तहत 18, 20 और 22 जून को 6-6 जिलों और बचे 5 जिलों में 24 जून से धान की रोपाई होगी। सरकार ने यह कदम बिजली की कमी दूर करने के लिए उठाया। किसान इसका विरोध कर रहे हैं। वह ऐलान कर चुके कि तय वक्त पर सभी जगह रोपाई होगी। उन्होंने कहा कि किसानों को धान रोपाई के लिए पर्याप्त बिजली मुहैया करवाने का जिम्मा सरकार का है। वह इसे पूरा करे। इसके अलावा किसान गेहूं पर भी प्रति एकड़ 500 रुपए मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
मान ने मीटिंग के लिए भी वक्त नहीं दिया लक्खोवाल किसान नेता हरिंदर लक्खोवाल ने कहा कि सभी जिलों और गांवों से हजारों किसान पहले मोहाली में इकट्ठे होंगे। वहां लंगर के बाद चंडीगढ़ कूच करेंगे। लक्खोवाल ने कहा कि एक महीने पहले हमारी CM भगवंत मान से मुलाकात हुई थी। उन्होंने 10 दिन में मांगें मानने का भरोसा दिया था। इसके बाद न तो मांगें मानी गईं और न ही मान ने मीटिंग के लिए दोबारा वक्त दिया। इसके बाद हमने 17 मई तक का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया।