मान्यवर पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार किसानों की खुदकुशी के मुद्दे पर घिर गई है। अप्रैल महीने में अब तक 14 किसान खुदकुशी कर चुके हैं। चुनाव प्रचार के वक्त AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा था – ‘मार्च में नतीजे आ जाएंगे। 1 अप्रैल के बाद से पंजाब के अंदर किसी को खुदकुशी नहीं करने देंगे। हमारी जिम्मेदारी है’। इसको लेकर अब विरोधी आप पर हमलावर हो गए हैं। कांग्रेस ने इसे केजरीवाल का अप्रैल फूल करार दिया है। वहीं किसान नेता बलबीर राजेवाल ने CM को चिट्ठी लिखी कि पुलिसकर्मियों की तर्ज पर मान सरकार किसानों के परिवार को एक करोड़ मुआवजा दे।
कहां-कहां की किसानों ने खुदकुशी भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के मुताबिक 1 अप्रैल को गुरुहरसहाय में सुखदेव सिंह (68) ने फंदा लगाया। 2 अप्रैल को गुरदासपुर के प्रभवीर सिंह(40) और मोगा के अवतार सिंह ने खुदकुशी की। अवतार पर 3 लाख का कर्जा था। 9 अप्रैल को मोगा के रणजीत सिंह (45) ने 80 लाख के लोन से तंग आकर सल्फास निगल लिया। 13 अप्रैल को जालंधर के अमृतपाल मेहता (44) ने जान दे दी।
14 अप्रैल को फाजिल्का के सादिक गांव के काला सिंह और बरनाला के खेत मजदूर अमरजीत सिंह ने कर्जे से जान दे दी। 17 अप्रैल को कपूरथला में युवक ने खुदकुशी की। 18 अप्रैल को बठिंडा के बाजक गांव के रमनदीप सिंह (38) ने गेहूं की कम पैदावार की वजह से जान दे दी। 19 अप्रैल को मानसा के मक्खन सिंह (42) ने खुदकुशी की। 20 अप्रैल को गेहूं की कम पैदावार होने से बठिंडा के माइसरखाना गांव के जसपाल सिंह ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। इसी दिन बठिंडा के मानसा खुर्द के किसान गुरदीप सिंह(28) ने 3.25 लाख लोन न चुका पाने पर खुदकुशी कर ली। 21 अप्रैल को तलवंडी साबो के भागीबांदर गांव के रणधीर सिंह और 23 अप्रैल को होशियारपुर के मनजीत सिंह(40) ने खुदकुशी कर ली।
पंजाब कांग्रेस का सवाल, अप्रैल फूल निकला वादा पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि केजरीवाल जी का एक अप्रैल वाला वादा अप्रैल फूल निकला। कोई मुआवजा नहीं मिला। AAP का कोई MLA या मंत्री किसानों की सुध लेने नहीं गया। मान साहब भी चुप हैं। उन्होंने इसे आप की किसान विरोधी क्रोनोलॉजी बताते हुए कहा कि AAP सरकार के एक महीने में 14 किसानों ने खुदकु