मान्यवर PCMSD कॉलेज विमेन जालंधर में यूथ क्लब और सेंट्रल एसोसिएशन के सहयोग से कॉलेज परिसर में होली मनाई गई। इस समारोह की शुरुआत से पहले स्टाफ सदस्यों के माथे पर होली का तिलक लगाया गया। होली का त्यौहार हर साल सभी आयु वर्ग के लोगों के बीच एक उत्साह भर देता है। रंगों के त्योहार के आगमन के कुछ दिन पहले से ही चहल पहल शुरू हो जाती है।
होली मुख्य रूप से सर्दियों के बाद वसंत के आगमन का जश्न है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है । इस त्योहार को अच्छी फसल के लिए धन्यवाद के रूप में भी मनाया जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, राजा हिरण्यकश्यप के पुत्र प्रह्लाद को मरने के लिए उसकी बुआ होलिका आग में लेकर बैठी थी, क्योंकि ऐसा माना जाता था कि आग होलिका को छू नहीं सकती थी।
हालांकि, होलिका को आग लग गई और प्रह्लाद को बच गया । यही कारण है कि होली की शुरुआत होलिका दहन से होती है, जो बुरी और आसुरी शक्तियों का अंत करती है। रंगों का त्योहार तब शुरू होता है जब लोग सड़कों पर एक-दूसरे को रंगों से रंगने और पानी की बंदूकों या गुब्बारों के माध्यम से रंगीन पानी में सराबोर करने के लिए निकलते हैं।
इस अवसर पर छात्र आकर्षक परिधानों में सजे थे। उनमें से कुछ ने मंत्रमुग्ध कर देने वाली नृत्य प्रस्तुतियां दीं, जबकि दर्शकों ने नृत्य की धुनों का लुत्फ उठाया। कॉलेज की प्रबंधक समिति के सदस्यों एवं प्राचार्य डॉ (श्रीमती) पूजा पराशर ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सेंट्रल एसोसिएशन और यूथ क्लब के सदस्यों के प्रयासों की सराहना की।