मान्यवर पंजाब विधानसभा चुनाव मतगणना में 2 दिन का ही समय बचा है। राजनीतिक दलों के अलावा प्रदेशभर के वोटरों को भी 10 मार्च का बेसबी से इंतजार है। वहीं चुनाव आयोग ने भी काउंटिंग से पहले सभी राजनीतिक पार्टियों को नियम स्पष्ट कर दिए हैं। जिनमें सबसे स्पष्ट और खास नियम री-काउंटिंग को लेकर है। इस बार री-काउंटिंग राउंड के अनुसार होने वाली है। गौरतलब है कि 11 विधानसभा हलकों के लिए 11 काउंटिंग सेंटर व स्ट्रॉन्ग रूम बनाए गए हैं। हर काउंटिंग सेंटर में 14 टेबल सजाए जाएंगे, यानि 154 टेबलों पर 11 हलकों के विधायकों का भविष्य निर्धारित होगा। राजनीतिक पार्टियां व उम्मीदवार सोमवार शाम तक अपने काउंटिंग एजेंट्स की डिटेल रिटर्निंग अधिकारियों को दे चुकी हैं और आईडी कार्ड भी जारी हो चुके हैं।
एजेंट्स को लेकर चुनाव आयोग ने स्पष्ट कहा है कि एक उम्मीदवार सिर्फ एक काउंटिंग सेंटर ही देखेगा, ताकि काउंटिंग सेंटर में कोई बाधा न आए। वहीं एजेंट्स को सुबह 7 बजे से पहले सेंटर में पहुंचना जरूरी है। लेट होने पर किसी भी एजेंट को एंट्री नहीं दी जाएगी। राउंड के बीच में ही करें ऑब्जेक्शन चुनाव आयोग ने काउंटिंग डे के लिए भी नियम स्पष्ट कर दिए हैं। इस बार एजेंट्स या उम्मीदवार सिर्फ राउंड के बीच में ही री-काउंटिंग की अपील कर सकता है। उनके कहने पर भी सिर्फ दो बार ही री-काउंटिंग हो सकती है। इतना ही नहीं, अपील भी राउंड के बीच में ही करनी होगी। चुनाव आयोग ने सख्त निर्देश दिए हैं कि अगर अगले राउंड की काउंटिंग शुरू हो जाती है तो कोई भी एजेंट या उम्मीदवार पिछले राउंड की री-काउंटिंग की अपील नहीं कर सकता।
मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने की मनाही चुनाव आयोग ने काउंटिंग सेंटरों की सुरक्षा को भी पूरा ध्यान में रखा है। कोई भी उम्मीदवार या एजेंट अपने साथ मोबाइल अंदर नहीं ले जा सकता। इतना ही नहीं, अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स भी अंदर लेकर जाना प्रतिबंधित रहेंगे।
तैयारियां पूरी, अब 10 मार्च का इंतजार काउंटिंग सेंटरों के अंदर की तैयारियां भी पूरी हो चुकी हैं। काउंटिंग केंद्रों के अंदर टेबल सजा दिए गए हैं। दो दिन के अंदर-अंदर सभी केंद्रों में इंटरनेट व कंप्यूटर भी इंस्ट्रॉल कर दिए जाएंगे। कोरोना काल के चलते काउंटिंग के दिन भी हाईजीन का पूरा ध्यान रखा जाएगा। मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध करवाए जाएंगे। इतना ही नहीं, मशीनों को भी खोलने व री-पैक करने से पहले सैनिटाइज किया जाएगा।