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पानीपत के हरि सिंह कॉलोनी में , निवासी अधिवक्ता ललित सिंघल की जहर से हुई मौत

मान्यवर:-पानीपत। हरि सिंह कॉलोनी निवासी अधिवक्ता ललित सिंघल (28) की जहर से मौत हो गई। परिजनों ने फाइनेंसर दोस्तों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि लेन-देन के मामले में दो दोस्त बुधवार को उसे साथ लेकर गए थे। फिर शाम करीब सवा पांच बजे उसे महाराजा अग्रसेन अस्पताल के बाहर छोड़कर भाग निकले। वकील ने पत्नी को कॉल कर दोस्तों पर जहर खिलाने का आरोप लगाया। परिजन मौके पर पहुंचे और उसे अस्पताल में भर्ती कराया। वहां उपचार के दौरान रात करीब साढ़े दस बजे उसने दम तोड़ दिया।

जानकारी मिलने पर वीरवार सुबह बार एसोसिएशन के अधिवक्ता और परिजन किला थाना पहुंचे और आरोपी दोनों दोस्तों की गिरफ्तारी की मांग की। किला थाना पुलिस ने दो डॉक्टरों के बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराया और विसरा जांच के लिए मधुबन भेजा। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मामले का खुलासा होगा। घटना के संबंध में ललित के भाई अंकुर ने बताया कि बुधवार रात ही पुलिस को सूचना दी थी लेकिन वीरवार सुबह तक पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया। सामान्य अस्पताल में शव गृह में बाहर विलाप करता अंकुर बेहोश हो गया तो परिजन उसे इमरजेंसी लेकर भागे। वहां पर उसका इलाज किया गया।  बाद में पुलिस ने मुख्य आरोपी के पिता को हिरासत में ले लिया। उधर, नाराज परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया तो पुलिस ने उन्हें समझाया। जब पुलिस ने 72 घंटों के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया तो परिजन माने। इसके बाद उन्होंने ललित का अंतिम संस्कार किया।

हरि सिंह कॉलोनी निवासी अंकुर पुत्र कालूराम ने बताया कि उसका भाई ललित सिंघल (28) उर्फ लाखन वकील था। वह पहले अधिवक्ता रजनीश तरहेन के पास प्रैक्टिस के तौर पर काम करता था। हाल में वह घर से ही रजिस्ट्री कराने का काम करता था। तहसील कैंप स्थित पारस और अंकित के साथ उसकी दोस्ती थी। उनके बीच लेन-देन भी चलता था। बुधवार सुबह करीब 11 बजे पारस और अंकित बाइक से आए और ललित को साथ ले गए। ललित अपनी एक्टिवा से गया था। शाम 5:26 बजे ललित ने पत्नी दीपा को कॉल कर सूचना दी कि उसे जहर खिला दिया गया है।
ललित की मां सरला रानी ने बताया कि जब वे लोग अस्पताल पहुंचे तो ललित ने बताया कि पारस और अंकित दोनों उसे बबैल नाका के पास लेकर गए थे। वहां पर उसे एक मकान में ले जाकर उस पर एक लाख रुपये देने का दबाव बनाया। उसने विरोध किया तो पहले उसके साथ मारपीट की और फिर जबरन कोई जहरीला पदार्थ खिला दिया। मां सरला ने बताया कि मौत से पहले उन्होंने ललित का वीडियो भी रिकॉर्ड किया है। इसमें वह पारस पर आरोप लगा रहा है।

भाई अंकुर ने बताया कि मंगलवार को ललित घरौंडा रजिस्ट्री कराने के लिए घर से 76 हजार रुपये लेकर गया था। जब वह घर लौट रहा था तब पारस और अंकित ने उसका रास्ता रोक लिया था। उसकी छाती पर सूआं घोंपकर हत्या का प्रयास भी किया था लेकिन शर्ट की जेब में मोबाइल होने से मोबाइल टूट गया और ललित की जान बच गई थी। अंत में आरोपी उससे 76 हजार रुपये लेकर फरार हो गए।
मां सरला ने बताया कि वह घर में ही परचून की दुकान चलाती है। पति कालू राम भौला चौक पर सब्जी की रेहड़ी लगाते हैं। उसके तीन बेटों में बड़ा ललित उर्फ लाखन था। करीब तीन साल पहले उसकी दीपा से शादी हुई थी। ललित का दो साल का बेटा हनी है। दीपा आठ माह की गर्भवती है। ऐसे में उसके ललित की मौत की सूचना नहीं दी गई है। छोटे बेटे अंकुर की भौला चौक पर मोबाइल की दुकान है, जबकि सबसे छोटा बेटा शुुभम हिसार में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहा है।

बार एसोसिएशन के पूर्व कोषाध्यक्ष अधिवक्ता मनोज शर्मा ने बताया कि ललित की मौत के बाद वकीलों ने काम नहीं किया। साथ ही फैसला लिया कि आरोपी अंकित और पारस की तरफ से कोई भी वकील पैरवी नहीं करेगा। अपनी मांगों को लेकर वे डीएसपी संदीप सिंह से मिले। उन्होंने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए उनकी टीम जुटी हुई है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
परिजनों की शिकायत के आधार पर आरोपी पारस, अंकित और सात-आठ अन्य व्यक्तियों के खिलाफ धारा 306 और आईपीसी 34 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। शव का दो डॉक्टरों के बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया है। जांच के लिए विसरा मधुबन लैब भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।