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गांव नसीरेवाल के पास पुलिस ने , एक खाली मकान से घटना में ; शामिल चारों लुटेरों को किया गिरफ्तार

जालंधर(मान्यवर):-कपूरथला। जिला पुलिस ने सोमवार को सुल्तानपुर लोधी में खालसा सुपर स्टोर में हुई रहस्यमयी डकैती और एक सर्वेक्षक की हत्या के मामले को सुलझा लिया है। पुलिस ने मास्टरमाइंड मोनू और उसके गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।

उन्होंने कुछ दिन पहले इब्न गांव में एक सर्वेक्षक की गोली मारकर हत्या करके उसकी बलेरो कार छीन ली थी। आरोपितों में कपूरथला के धापई गांव के हरकिशन उर्फ ​​मोनू, शाहकोट के बहमनिया गांव के रणजीत सिंह उर्फ ​​जीतू, शाहकोट के सैदपुर के गुरप्रीत सिंह उर्फ ​​गोपी और शाहकोट के बहमनिया गांव के रूपचंद उर्फ ​​काका शामिल हैं। एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खख ने बताया कि खख ने बताया कि पुलिस पार्टी ने 4 दिसंबर को गांव नसीरेवाल के पास एक खाली मकान से घटना में शामिल चारों लुटेरों को गिरफ्तार किया है। एक लुटेरा फर्श पर लेटा हुआ था।

जब पुलिस पार्टी ने सीढ़ियां चढ़कर उसे गिरफ्तार करना शुरू किया तो वह भागने लगा और घर की छत से कूद गया। इससे उसका दाहिना पैर चोटिल हो गया।छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 02 देसी पिस्तौल (.32 बोर), 04 मैगजीन और 16 जिंदा कारतूस बरामद किया है। पुलिस के अनुसार उन्हें 20 नवंबर को पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ हमलावरों ने गांव कोट धरम चंद, तरनतारन के सर्वेक्षक बलविंदर सिंह पर हमला किया है और उनकी बोलेरो छीन ली। हमलावरों ने बलविंदर से अपनी कार की चाबियां सौंपने को कहा। जब उन्होंने मना किया तो उस पर तीन गोलियां चला दी। इसके बाद बोलेरो छीनकर मौके से फरार हो गए। बलविंदर के भाई गुरविंदर सिंह के बयान पर सदर थाना कपूरथला में हत्या सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था।

एसएसपी ने बताया कि हत्यारों को पकड़ने के लिए डीएसपी सुल्तानपुर लोधी राजेश कक्कड़ और एसएचओ सुल्तानपुर लोधी, सब इंस्पेक्टर हरजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया गया था। टीम को बड़ी सफलता तब मिली जब 27 नवंबर को मच्छीजोआ (थाना सुल्तानपुर लोधी) निवासी मेजर सिंह पुत्र खुशवंत सिंह ने बयान दर्ज कराया कि वह अपनी दुकान सुपर स्टोर पुडा कालोनी सुल्तानपुर लोधी पर बैठा था, उसी समय चार लोग वहां एक सफेद बलेरो में आए। तीन व्यक्ति हथियारों के साथ अर्बन एस्टेट स्थित उसके खालसा स्टोर में घुस गए। एक लुटेरा चलने में कठिनाई के कारण दुकान के बाहर खड़ा था। उन्होंने धमकी देकर उसकी दुकान से 30,000 रुपये लूट लिए और बलेरो में बैठकर भाग गए।

एसएसपी ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपित हरकृष्ण उर्फ ​​मोनू धपाई व उसके साथियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है। लुटेरों ने बताया कि खालसा सुपर स्टोर को लूटने के बाद वह हजूर साहिब भाग गए। इसी दौरान वाहन एक टिप्पर से टकरा गया। बलेरो क्षतिग्रस्त होने के कारण वे उसे झांसी बाईपास के पास छोड़कर भाग गए थे। हादसे में रणजीत सिंह जीतू का बायां हाथ चोटिस हो गया था और वह पंजाब लौट आया। वह फिर से वाहन को छीनने की कोशिश कर रहा थे लेकिन पुलिस पार्टी ने उहने गिरफ्तार कर लिए ।

गिरफ्तारी के दौरान लगी चोटों के कारण हरकृष्ण सिंह को इलाज के लिए सिविल अस्पताल सुल्तानपुर लोधी में भर्ती कराया गया। एसएसपी ने बताया कि हरकृष्ण सिंह उर्फ ​​मोनू धापाई कुख्यात अपराधी है। वह कई डकैतियों और हत्याओं में शामिल रहा है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह ड्रग्स का कारोबार भी करता रहा है। उसने स्वीकार किया कि उसने दोनों पिस्टल यूपी से 40-40 हजार रुपये में खरीदे थे। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार आरोपी को स्थानीय मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा और पुलिस रिमांड प्राप्त करने के बाद मामले की जांच की जाएगी, जिससे और खुलासे होने की संभावना है।