मान्यवर:-ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर जहां दुनिया के कई देशों में लोग दहशत में हैं वहीं केंद्र सरकार ने आज राहत की खबर दी है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा कहा कि कोरोना का नया वायरस दुनिया के 14 देशों में पाया गया है लेकिन यहां अभी तक इसका कोई मामला मिला है।
एक एडवाइजरी जारी की गई है अगर कोई संदिग्ध मामला मिलता है तो उसकी तुरंत जांच की जा रही है और जीनोम सीक्वेंसिंग भी की जा रही है। हालांकि, राज्यों में इसे लेकर डर का माहौल बना हुआ है। कई राज्यों की सरकारों ने एहतियातन कदम भी उठाने शुरू कर दिए हैं।
ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर कर्नाटक सरकार ने भी सतर्कता दिखाई है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि हम कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। हमने वैरिएंट की पुष्टि के लिए कुछ सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे हैं। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर कोविड-19 स्क्रीनिंग भी बढ़ाई जाएगी।
ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि हम वर्तमान हालात को लेकर विचार-विमर्श करेंगे और हर संभव कदम उठाएंगे। हमने केंद्र सरकार से 18 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए टीकाकरण शुरू करने की मांग की है। हमने उनसे बूस्टर खुराकें भी उपलब्ध कराने के लिए कहा है। लेकिन हम अभी उनके फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
आरटी-पीसीआर और रैट परीक्षणों से बच नहीं सकता ओमिक्रॉन वैरिएंट
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट आरटी-पीसीआर और रैट परीक्षणों से पहचान में आ सकता है। भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पर्याप्त बुनियादी ढांचा सुनिश्चित करने और होम आइसोलेशन की निगरानी को बढ़ाने के लिए कहा है।