मान्यवर:-लुधियाना के हलका दाखा से अकाली दल विधायक मनप्रीत सिंह अयाली के यहां आयकर विभाग की दबिश गुरुवार तीसरे दिन भी जारी रही। हालांकि बुधवार देर रात गांव अयाली कलां स्थित उनके घर में सर्च का काम पूरा होने के बाद आयकर अफसर चले गए। लेकिन गोल्फ लिंक स्थित कॉलोनी के मुख्यालय में गुरुवार दोपहर तक आयकर विभाग अफसर अपना काम करने में जुटे रहे।
सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग अधिकारियों ने सर्च के दौरान जमीन के खरीद फरोख्त संबंधी कई दस्तावेज को अपने कब्जे में लिया है। वहीं सन व्यू और अनंता कॉलोनी में प्लाट की खरीद फरोख्त के दस्तावेज भी आयकर विभाग अफसर खंगाल रहे है क्योंकि इन दोनों कॉलोनी में प्लाट बेचने या खरीद के दस्तावेज एक ही अर्जी नवीस से लिखवाए जा रहे थे। ऐसे में आयकर विभाग ने उक्त अर्जी नवीस के यहां दबिश देकर सभी दस्तावेजों को कब्जे में लिया है। इन दोनों कॉलोनी में जमीन खरीदने वाले आने वाले दिनों में आयकर विभाग की राडार पर आ सकते हैं।
मंगलवार सुबह छह बजे आयकर विभाग ने विधायक मनप्रीत अयाली के छह प्रतिष्ठानों पर दबिश दी थी। इसके अलावा सन व्यू कॉलोनी डेवलप करने वाले तीन पार्टनर के यहां पर आयकर विभाग की टीमें पहुंची थी। लुधियाना में लगभग 14 जगह पर आयकर विभाग ने सर्च ऑपरेशन चलाया था। सूत्रों के अनुसार, इस समय सन व्यू और अनंता कॉलोनी में जमीन खरीदने वाले टारगेट पर आ सकते है। क्योंकि यहां पर जमीन को 40 से 50 हजार रुपये प्रति गज के हिसाब से बेची जा रही है।
जबकि यहां पर कलेक्टर रेट महज छह से सात हजार रुपये गज है। अगर दो सौ गज की कलेक्टर रेट के हिसाब से 14 लाख रुपये कीमत बनती है, तो यह प्लाट एक करोड़ रुपये का होगा। अब 86 लाख रुपये का हिसाब कैसे दिखाया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, अर्जी नवीस के पास इन दोनों कॉलोनी में खरीद फरोख्त का काफी हिसाब था। आयकर अफसर अब इस डाटा को खंगालने में जुटेंगे। जो यहां पर खरीदारी करने वालों पर भारी पड़ सकता है।
विधायक मनप्रीत अयाली का साफ कहना है कि उनकी तरफ से सब कुछ पहले से घोषित किया हुआ है। साल 1999 में भी उनके यहां आयकर विभाग ने दबिश थी, उस समय भी उन्हें कुछ नहीं मिला है। इस बार भी उन्हें कुछ नहीं मिला है। कुछ दस्तावेज जरूर अपने साथ लेकर गए है। यह सब कुछ उनके खिलाफ किसान आंदोलन को भारी समर्थन देने का नतीजा है। लेकिन वह दबने वाले नहीं है, आगे भी इसी तरह किसान आंदोलन को अपना समर्थन देते रहेंगे।