सीबीआई अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि मंगलवार रात सेना के साथ साझा कार्रवाई के दौरान इन हवलदारों को गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि आर्डिनेंस डिपो में पदस्थ ये हवलदार एमटीएस के लिए चुने गए प्रत्याशियों को फोन कर के धमकाते थे कि उनकी नियुक्ति निरस्त कर दी जाएगी, क्योंकि उनके दस्तावेज अपूर्ण हैं।
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि आरोपी हवलदार चुने गए प्रत्याशियों को नियुक्ति पत्र देने से पहले धमका कर अवैध वसूली करते थे। यह कार्रवाई पुणे स्थित सेना की दक्षिणी कमान के एक मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की गई।
सेना में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करने की नीति के तहत आर्मी ने मुखबिर से सूचना मिलने के बाद निचले स्तर के कर्मचारियों द्वारा संभावित भ्रष्टाचार के मामले की सीबीआई के साथ मिलकर जांच शुरू की। सीबीआई ने कहा कि ऐसे मामलों से निपटने के लिए सेना के सख्त नियम है। सेना में ऐसे केस में तेजी से जांच कर दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाती है।