मान्यवर:-अमृतसर में रेलवे की महिला कर्मचारी सिमरजीत कौर की आत्महत्या के चार दिन बाद उसके ही विभाग के एसएसए ने भी फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने अब महिला कर्मचारी के भाई और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
चार दिन पहले महिला कर्मचारी सिमरजीत कौर द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद पुलिस ने महिला कर्मी के डायरी के कुछ पन्नों के आधार पर रेलवे अधिकारी एसएसए अरविंदर समेत पांच लोगों पर केस दर्ज किया था। सुसाइड नोट में महिला कर्मी ने अरविंदर के अलावा उसके दफ्तर के तीन अन्य कर्मियों तथा मृतका की दो ननदों पर उसने परेशान करने के आरोप लगाए थे।
अरविंदर के रिश्तेदार दपिंदर सिंह ने पुलिस को बताया कि केस दर्ज किए जाने पर उसके भाई ने खुद को बेकसूर बताया था। अरविंदर मामले में आरोपी बनाए जाने के बाद से ही परेशान चल रहा था और मानसिक दबाव के चलते वह हंसली वाला बाजार स्थित ननिहाल में रह रहा था। वहीं उसने रविवार को फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। इसका पता तब चला जब वे अरविंदर सिंह को मिलने वहां पहुंचे। परिवार के लोगों ने बताया कि वह घर की तीसरी मंजिल पर है। जब वे उससे मिलने तीसरी मंजिल पर पहुंचे तो देखा कि उनके भाई ने पंखे से फंदा लगाया हुआ था।
दपिंदर सिंह ने बताया कि वे तुरंत उसे लेकर गुरु रामदास अस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसने बताया कि मृतका कर्मचारी का भाई व रिश्तेदार उसके भाई पर पैसे देने का दबाव बना रहे थे। पुलिस ने सुसाइड नोट कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने इसमें रेलवे विभाग की आत्महत्या करने वाले कर्मचारी सिमरजीत कौर के भाई व उसके रिश्तेदारों पर केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।