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दिल्ली पुलिस  की स्पेशल सेल ने , जूनियर पहलवान निशा दहिया और उनके भाई को गोली मारने के मुख्य आरोपी को किया गिरफ्तार

मान्यवर:-दिल्ली पुलिस  की स्पेशल सेल ने शुक्रवार को जूनियर पहलवान निशा दहिया और उनके भाई को गोली मारने के मुख्य आरोपी पवन बराक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया निशा के कोच पवन के साथ उनके सहयोगी सचिन दहिया को भी गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों पर एक-एक लाख रुपये का ईनाम घोषित था और इन्हें दिल्ली के द्वारका इलाके से गिरफ्तार किया गया है।दोनों आरोपियों को रोहिणी अदालत में पेश किया जाएगा।

इस मामले के दो अन्य आरोपियों पवन की पत्नी सुजाता और एक रिश्तेदार को मंगलवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था।इन चारों के खिलाफ आर्म्स एक्ट और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 148 (घातक हथियार से उपद्रव करना), धारा 302 (हत्या), धारा 307 (हत्या की कोशिश), धारा 354D (पीछा करना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।मृतका की मां ने बताया था घटना के समय ये चारों लोग घटनास्थल पर थे। 

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सचिन दहिया सोनीपत के खरखौदा का रहने वाला है और पहले भी आर्म्स एक्ट के मामलों में शामिल रहा है। वहीं पवन के पास से एक लाइसेंसी पिस्तौल बरामद किया गया है। निशा सोनीपत के हलालपुर गांव स्थित पवन की एकेडमी में ट्रेनिंग करती थी। निशा की मां धनपति ने आरोप लगाया गया है कि पवन उनकी बेटी के साथ छेड़छाड़ करता था। जब उसने इसकी शिकायत की तो पवन ने निशा और उसके भाई की गोली मारकर हत्या कर दी।पवन पर धनपति को भी गोली मारने का आरोप है।

गोली लगने से निशान और उनके भाई की मौत हो गई, जबकि धनपति गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। गुरुवार को पीड़ितों के परिजनों और ग्रामीणों ने पंचायत बुलाकर फैसला किया था कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक मृतकों का अंतिम संस्कार नहीं होगा।पंचायत ने सरकार से महिलाओं की एकेडमी में महिला कोच रखने की भी मांग की।इसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी और फरार आरोपियों पर ईनाम की घोषणा की। इस आश्वासन के बाद परिजनों ने मृतकों का अंतिम संस्कार किया।

इसी साल फरवरी में रोहतक में अखाड़े के संचालन को लेकर हुए विवाद के चलते पांच लोगों की हत्या  कर दी गई थी।मृतक मनोज मलिक जाट कॉलेज में DPE थे और वो अखाड़े का भी संचालन करते थे।उनकी हत्या का आरोप अखाड़े में ट्रेनर का काम करने वाले सुखविंद्र पर है। वो इस अखाड़े में हिस्सेदारी की मांग कर रहे थे, जबकि मनोज इसके लिए तैयार नहीं थे।इसी बात को लेकर उनके बीच विवाद हुआ था।