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पॉश स्वर्ण जयंती नगर कॉलोनी में ,नगर स्वास्थ्य अधिकारी के मकान में लगी ; आग की लपटों में घिरी महिला ने लगाया जलाने का आरोप

मान्यवर:-क्वार्सी थाना क्षेत्र की पॉश स्वर्ण जयंती नगर कॉलोनी में सोमवार रात नगर स्वास्थ्य अधिकारी के मकान में महिला आग की लपटों की घिर गई। आधी रात को मची चीख पुकार पर इलाके के लोगों ने पुलिस को बुलाया और किसी तरह घर के बरामदे में आग की लपटों में घिरी महिला को ताला तोड़कर बाहर निकाला। घायल महिला को जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। हालांकि, देर रात तक घटना का कारण स्पष्ट नहीं था। मगर, झुलसी महिला ने चीखते हुए डॉक्टर की पत्नी पर घर बुलाकर जलाने का आरोप लगाया है। खास बात है कि डॉक्टर घर पर नहीं हैं और उनका मोबाइल स्विच ऑफ है।

हाल ही में नगर निगम के नगर स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर तैनात हुए डॉ. कमल सिंह का स्वर्ण जयंती नगर में मकान है। घर में पत्नी कल्पना के अलावा एक बेटा व बेटी भी है। वाकया सोमवार रात करीब 12 बजे का है। आसपास के लोगों ने कॉलोनी में चीख पुकार सुनी तो लोग घरों से बाहर आ गए। लोगों ने देखा कि डॉ. कमल सिंह के तीन मंजिला मकान के बरामदे में एक महिला जल रही है और आग की लपटों से घिरी चीख रही है। कमल सिंह की पत्नी अपने बच्चों संग बैठक वाले कमरे में मौजूद हैं और अंदर से चिल्ला रही हैं, जबकि मुख्य दरवाजा अंदर से बंद है और उसमें ताला पड़ा है। बाहर से लोग अंदर नहीं जा पा रहे हैं, न कमल सिंह की पत्नी महिला को बचाने बाहर आ रही हैं।

इस पर लोगों ने पुलिस बुला ली और पुलिस के आने पर लोग दीवार फांद कर घर के अंदर घुसे। लोगों ने तब किसी तरह कपड़े आदि डालकर आग बुझाई और मुख्य दरवाजे का ताला तोड़कर महिला को बाहर निकाला गया। महिला 40 फीसदी जल चुकी थी। एंबुलेंस बुलाकर महिला को मेडिकल कॉलेज भेजा गया। इस बीच एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुणावत, सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय, इंस्पेक्टर विजय सिंह आदि भी आ गए। रात में फॉरेंसिक टीम भी जांच के लिए पहुंच गई।

इधर, महिला ने चीखते हुए पुलिस के सामने अपना नाम विमला पत्नी प्रेमचंद्र निवासी गोकुलेश पुरम, देवसैनी क्वार्सी बताया। 30 वर्षीय महिला ने आरोप लगाया कि उसे फोन करके कल्पना यानि डॉक्टर की पत्नी ने बुलाया और बातचीत करते हुए पेट्रोल छिड़क कर उसे आग लगाकर खुद घर में बंद हो गई। इससे पहले उसने मुख्य दरवाजे पर ताला भी लगाया था। इधर, पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि डॉक्टर कमल सिंह पिछले कुछ समय से अपने घर नहीं आ रहे। उनका फोन भी बंद था।

अब वे क्यों घर नहीं आ रहे, क्यों फोन बंद था। ये सब जांच का विषय है। सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय ने बताया कि तमाम पहलुओं पर जांच की जा रही है। महिला द्वारा लगाया गया बयान भी गंभीर विषय है, तथ्यों की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। पुलिस के सामने डॉक्टर की पत्नी ने कहा कि वह इस महिला को नहीं जानती। वह घर में कैसे घुसी और कैसे आग लगी। वह तो चीख पर दरवाजे पर आई और अकेले होने के कारण खुद डर गईं। मोहल्ले वालों के बचाने के दौरान एक चादर उसे उड़ाया था। आग की लपट इतनी तेज थी कि वह भी जल गई और चप्पलें भी जली मिली हैं।