मान्यवर:-जयपुर में झोटवाड़ा थाना पुलिस ने फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर बनकर शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। एक व्यापारी की सूझबूझ से फर्जी पुलिस बनकर ठगी करने वाले युवक को पकड़ा गया है। एक किराना कारोबारी पर रौब झाड़ने के लिए शातिर ठग पुलिस इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर डिपार्टमेंटल दुकान पर चला गया। वहां अपनी फर्जी आईडी और पुलिस लाइन के लैटरपेड पर पुलिस कमिश्नर और एसपी के नाम से मुहर लगी सामान की लिस्ट भी थमा दी। संदेह होने पर व्यवसायी ने अपने परिचित पुलिस वालों से बातचीत की तब ठगी का खुलासा हुआ।
आरोपी के पास से आईएएस और आईपीएस की 14 मुहर भी बरामद की गई है। पुलिस इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले युवक पर कई राज्यों में मुकदमा दर्ज है। डीसीपी (पश्चिम) ऋचा तोमर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी राहुल शेखावत उर्फ कालुराम श्रीगंगानगर जिले के एसकेएम, पुलिस थाना रावला का निवासी है। राहुल शेखावत के कब्जे से पुलिस की चार वर्दी, फर्जी आईडी कार्ड (एसीबी इंस्पेक्टर राजस्थान, पुलिस इंस्पेक्टर, आबकारी इंस्पेक्टर) बरामद हुई है। इसके अलावा 11 पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की 14 सील मोहर जब्त की गई है।
पुछताछ में पुलिस ने बताया कि राहुल लोगों को भर्ती के नाम पर फर्जी कागजात बना कर ठगी करने में इसी मोहर को इस्तेमाल करता था। इसके अलावा तीन मोबाइल फोन व दो लग्जरी कार भी बरामद हुई है। झोटवाड़ा थाना प्रभारी घनश्याम सिंह ने बताया कि किराना व्यापारी मनीष रावत ने रविवार को केस दर्ज करवाया था। बताया था कि वह इंस्पेक्टर 17 अक्तूबर को ही माल की डिलीवरी लेने आएगा। पुलिस की स्पेशल टीम राहुल शेखावत को गिरफ्तार करने के लिए पहले ही दुकान पर पहुंच गई।
जैसे राहुल शेखावत पुलिस की वर्दी पहनकर डिपार्टमेंटल स्टोर पर सामान की डिलीवरी लेने पहुंचा। तभी कॉन्स्टेबल बलराम व मालीराम ने राहुल को पकड़ लिया। उसने दोनों पुलिसकर्मियों पर रौब झाड़ते हुए कहा कि वह एसीबी में पुलिस इंस्पेक्टर है। शातिर ठग ने धमकाते हुए यह भी कहा कि तुम मुझे जानते नहीं हो। हालांकि, दोनों पुलिस अधिकारी उसे झोटवाड़ा थाने ले गए। सोमवार को उसे कोर्ट में पेशकर रिमांड लिया गया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।