मान्यवर:-संत कबीर नगर जिले के धनघटा क्षेत्र लहुरेगांव में दो पट्टीदारों के बीच चल रहा जमीन संबंधी विवाद धनघटा पुलिस के लिए भारी पड़ता जा रहा है। मामला भले ही राजस्व विभाग से जुड़ा हुआ हो, लेकिन इस मामले में अब तक धनघटा थाने पर तैनात रहे कई पुलिस कर्मी कार्रवाई की जद में आ चुके हैं। ऐसी चर्चा जोरों पर है। लहुरेगांव निवासी राजाराम वर्मा और राजकुमार वर्मा सगे पट्टीदार हैं।
दोनों लोगों के बीच 15 फीट जमीन को लेकर चार वर्षों से विवाद चल रहा है। राजाराम का कहना है कि जमीन के विवाद के निस्तारण के लिए संपूर्ण समाधान दिवस और समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र कई बार दे चुके हैं, लेकिन उसका निस्तारण अभी तक नहीं हो सका। इसका परिणाम है कि उनके और पट्टीदार के परिवार के बीच हमेशा विवाद हुआ करता है। मार्च 2021 में दोनों परिवारों के बीच विवाद हुआ।
मामला थाने तक पहुंचा। उसके बाद इसी मामले में एसआई हरेंद्र तिवारी लाइनहाजिर कर दिए गए। कुछ दिन प्रकरण शांत रहने के बाद फिर जून और जुलाई में शुरू हुआ। तत्कालीन थानाध्यक्ष आरबी गौतम ने राजाराम के पुत्र सुधीर वर्मा को कुछ देर के लिए थाने पर बैठा दिया था। इसको लेकर भाजपा के तत्कालीन मंडल अध्यक्ष पीएन सिंह और थानाध्यक्ष आरबी गौतम के बीच ठन गई थी। भाजपा नेता पीएन सिंह एसओ को हटाए जाने की जिद पर अड़ गए थे। जब थानाध्यक्ष नहीं हटाए गए तो उन्होंने मंडल अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
राजाराम के पुत्र सुधीर वर्मा उस समय भाजपा के बूथ अध्यक्ष थे और वे भी पीएन सिंह के साथ अपना त्यागपत्र दे दिए थे। पीएन सिंह को पद से हटाए जाने के बाद आरबी गौतम को भी यहां से हटा दिया गया था। उसके बाद इस मामले ने फिर बुधवार की शाम को तूल पकड़ लिया।
दोनों पक्ष थाने पर पहुंचे, जहां एक पक्ष राजाराम के पुत्र शैलेंद्र वर्मा ने थानाध्यक्ष अनिल कुमार दुबे और सिपाहियों पर मारने-पीटने का आरोप लगाया। इसके परिणामस्वरूप शुक्रवार को थानाध्यक्ष अनिल कुमार दुबे समेत तीन पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए। इस संबंध में पूछे जाने पर तहसीलदार रत्नेश तिवारी ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। मामला संज्ञान में आने पर समस्या का समाधान अवश्य किया जाएगा।