मान्यवर:-उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में भाजपा मंत्री के बेटे की कार से कुचल कर चार किसानों की मौत से आहत लुधियाना के एक किसान ने फंदा लगा आत्महत्या कर ली। शव के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें मृतक ने लिखा है कि वह दिल्ली धरने पर जाता रहा है, लखीमपुर घटना ने उसे बहुत आहत किया है। इसलिए वह आत्महत्या कर रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही थाना सुधार पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को अपने कब्जे में ले लिया।
वहीं आत्महत्या की खबर मिलते ही किसान नेता भी सुधार सिविल अस्पताल में पहुंचना शुरू गए। जानकारी के अनुसार गांव सुधार पती धालीवाल निवासी परमजीत सिंह (49) शुरू से किसान आंदोलन के साथ जुड़ा था। वह दिल्ली सीमा पर लगे किसान मोर्चे पर जाता था। लगभग चार दिन पहले ही वह दिल्ली से घर लौटा था। सोमवार की शाम को मनरेगा योजना के तहत काम करने वाली महिलाएं अबोहर ब्रांच नहर के पास जंगल से काम कर लौट रही थीं। उन्होंने पेड़ पर शव को लटकते देखा।
इसकी सूचना तुरंत गांव के पूर्व सरपंच जसविंदर सिंह धालीवाल को दी। कुछ समय बाद पुलिस के साथ पूर्व सरपंच मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को नीचे उतार कर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल सुधार भेज दिया। मौके पर पहुंचे थाना सुधार प्रभारी जसवीर सिंह बुटर ने बताया कि पुलिस को शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक किसान परमजीत सिंह के परिवार में पत्नी व तीन बेटे हैं। किसान के शव को सुधार के सिविल अस्पताल में रखा गया है। जहां मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। आत्महत्या की सूचना मिलने पर किसान संगठनों के नेता व कार्यकर्ता सिविल अस्पताल में देर रात तक डटे रहे।
किसान नेता सतवंत सिंह व सर्वजीत सिंह ने मृतक किसान के बेटे को सरकारी नौकरी और परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। पुलिस ने फिलहाल 174 के तहत कार्रवाई कर शव को सुधार सिविल अस्पताल के शवगृह में रखा है। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले किया जाएगा।