जालंधर(मान्यवर):-एपीजे स्कूल महावीर मार्ग के संस्थापक सेठ सत्यपाल जी की 102 वीं वर्षगांठ 4 अक्टूबर को मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री गिरीश कुमार जी , उप प्रधानाचार्य तथा अभिभावकों ने सेठ सत्यपाल जी के चित्र पर पुष्पमाला तथा श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उसके पश्चात विद्यालय के नृत्य विभाग के विद्यार्थियों ने गणेश वंदना प्रस्तुत की । विद्यालय के संगीत विभाग की राधिका और युविका ने ‘श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी’ भजन प्रस्तुत किया।
विद्यालय के उप प्रधानाचार्य श्री वी .के .खन्ना जी ने सत्यपाल जी के जीवन, विचारधारा और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। विद्यालय के नाटक विभाग के विद्यार्थियों ने ‘तुझको चलना होगा’ लघु नाटिका द्वारा सेठ सत्यपाल जी के पद चिन्हों पर चलकर अपने जीवन को गौरवशाली बनाने की प्रेरणा दी। समायरा और अराधित ने भजन ‘अच्युतय केशवम’और ‘हे राम’ प्रस्तुत किए।
विद्यालय के प्रिंसिपल श्री गिरीश कुमार जी ने विद्यालय की प्रेसिडेंट श्रीमती सुषमा पॉल बर्लिया जी का संदेश पढ़ कर सुनाया। उन्होंने कहा कि हम अपने सपनों को तभी साकार कर सकते हैं जब हम सतत् परिश्रम करें, डॉ सत्यपाल जी ने ना केवल सपने देखे बल्कि उन्हें साकार करने के लिए कठिन परिश्रम किया वह सही अर्थ में पुरुषोत्तम हैं।
विद्यालय हर वर्ष उनका जन्म दिन ‘संस्थापक दिवस’ के रूप में मनाता है और मानव मूल्य को अपनाने वाले विद्यार्थियों को ‘सत्यपॉल अवार्ड’ द्वारा सम्मानित करता है। इस वर्ष मिडिल स्तर पर यह पुरस्कार सहर मल्होत्रा, सेकेंडरी स्तर पर मन्नत बिंद्रा और सानवी पुरी तथा सीनियर स्तर पर अरनव आनंद और संदीप कौर को प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के छात्र सम्मानित द्वारा भजन ‘मेरा जीवन तेरी शरण’ प्रस्तुत किया गया।