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“महंत नरेंद्र गिरि” की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने के बाद , सरकार ने मामले में एसआईटी का किया गठन

मान्यवर:-महंत नरेंद्र गिरि  की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने के बाद सरकार ने मामले में एसआईटी (SIT) का गठन कर दिया है | वहीं मामले में अब तक पुलिस ने महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरिऔर आद्या तिवारी को गिरफ्तार किया है | मामले में महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में तैनात गनरों से भी पूछताछ की जा रही है |

मामले की जांच कर रही एसआईटी महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में तैनात चारों गनरों से गहन पूछताछ कर रही है | कल दोपहर से ही पुलिस लाइंस में रोककर चारों से पूछताछ की जा रही है | वहीं जानकारी के अनुसार गनर अजय सिंह को मंगलवार को ही हिरासत में ले लिया गया था | वहीं बाकी तीनों गनरों को आज हिरासत में ले लिया गया है |

महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में चार गनर अजय सिंह, मनीष शुक्ला, अभिषेक मिश्रा और विवेक मिश्रा तैनात थे | चारों गनरों को सस्पेंड किए जाने की सिफारिश भी की गई है | चारों गनरों की लापरवाही सामने आई है | सभी गनरों को आज निलंबित किया जा सकता है | गनर अजय सिंह के खिलाफ आरोपी आनंद गिरि ने बयान दिए हैं | अजय सिंह की भूमिका भी सवालों के घेरे में है |

सोमवार को महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी | आज यानी बुधवार को सुबह 8 बजे महंत नरेंद्र गिरि का पोस्टमार्टम शुरू किया जा चुका है | इसके बाद 12 बजे उन्हें भू-समाधि दी जाएगी | महंत नरेंद्र गिरि को बाघंबरी मठ के बगीचे में समाधि दी जाएगी | महंत नरेंद्र गिरि का शव प्रयागराज के उनके बाघंबरी मठ में ही फांसी के फंदे पर लटका मिला था. कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था |

मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है | सुसाइड नोट में उन्होंने आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को उनकी मौत का जिम्मेदार ठहराया है | मामले में अभी आनंद गिरि और आद्या तिवारी की गिरफ्तारी हो चुकी है | सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने लिखा कि 13 सिंतबर 2021 को में आत्महत्या करने जा रहा था. लेकिन हिम्मत नहीं कर पाया | आज जब हरिद्वार से सूचना मिली है कि एक दो दिन में आनंद गिरि कंम्प्यूटर के जरिए किसी महिला और लड़की के साथ गलत काम करते हुए फोटो वायरल कर देगा तो सोचा सपाई दूं मगर बदनामी का डर था | मैं जिस सम्मान से जी रहा हूं, तो बदनामी से मैं कैसे जिऊंगा |