मान्यवर:-कालकाजी इलाके में किर्गिस्तान की गर्भवती महिला मिस्कल जुमाबेवा(28) और उसके 13 महीने के मासूम बेटे मानस की चाकू से गोदकर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। दोनों के ऊपर चाकू से छाती पर वार किए गए हैं। दोनों को चार से पांच बार चाकू से वार किए गए हैं। दोनों के शव बैड पर पड़े हुए थे।
दक्षिण-पूर्व जिला डीसीपी आरपी मीणा के अनुसार किर्गिस्तान निवासी मिस्कल जुमाबेवा की के-22बी , मजिस्द मोठ ग्रेटर कैलाश-दो में रहने वाले विनय कुमार से वर्ष 2018 में शादी हुई थी। मिस्कल गर्भवती थी। गर्भवती होने के कारण मिस्कल को दर्द हो रहा था। अस्पताल जाने को लेकर उसका पति से सोमवार रात को झगड़ा हो गया था। बताया जा रहा है कि पति ने पेट में लात मार दी थी। इसके बाद विनय घर छोड़कर अपने दोस्त वाहिद के घर चला गया था। मिस्कल ने फोन कर अपने उज्बेकिस्तानी मूल की महिला दोस्त मतलुबा मदुस्मोनोवा को फोन कर अपने घर बुला लिया। मतलुबा और उसका दोस्त अविनीश उसे शुभम अस्पताल ले गए।
यहां डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगा दिया था। इसके बाद मतलुबा उसे अपने घर ले आई। बताया जा रहा है कि मतलुबा, अविनीश और दोस्त के साथ रात को अलग कमरे में सो गए थे। मिस्कल बेटे के साथ अलग कमरे में सो गई थी। मतलुबा व अविनीश ने बताया कि सुबह नौ बजे जब मिस्कल के कमरे का दरवाजा खोला तो वह अंदर से बंद था। धक्का देकर गेट खोला गया। मिस्कल व मानस दोनों मृत पड़े हुए थे। उन्होंने इसकी सूचना विनय को दी। विनय ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स में रखवा दिया है। पुलिस को मौके से रसोई में इस्तेमाल किए जाने वाला चाकू बरामद किया है।
कालकाजी पुलिस को किर्गिस्तान की महिला व उसके 13 महीने के बेटे की हत्या मामले में मंगलवार देर रात तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा था। सीसीटीवी फुटेज से भी पुलिस को कोई क्लू नहीं मिल रहा था। पुलिस की शुरूआती जांच में ये बात सामने आई है कि पीड़ित महिला मिस्कल जुमाबेवा(28) व अन्य लोगों ने रात को नशा किया था। दक्षिण-पूर्व जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मिस्कल के अलावा अविनीश, मतलुबा के अलावा एक और महिला घर में थी। इन लोगों से शुरूआती पूछताछ में ये बताया है कि आरोपियों ने ज्वाइट नामक नशीले पदार्थ का सेवन किया था। इस नशीले पदार्थ को सूंघ कर नशा किया जाता है। इन आरोपियों ने पूछताछ में ये भी बताया कि मिस्कल जिस कमरे में सो रही थी |
उस कमरे की कुंडी अंदर से कैसे बंद थी। सवाल ये खड़ा होता है कि जब कुंडी अंदर से बंद थी फिर मिस्कल की हत्या किसने की। मिस्कल के ऊपर छाती पर चाकू से पांच से छह बार किए गए है। अगर इसे खुदकुशी का मामला कहे तो ये संभव नहीं है कि कोई व्यक्ति खुद के ऊपर चाकू से कई बार कैसे कर सकता है। जबकि मिस्कल के छाती में लगे दो वार दिल तक गए हैं। दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार मतलुबा व अन्य लोगों ने शूरूआती पूछताछ में यही बताया है कि जब मिस्कल के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो उन्हें जोर से धक्का देकर दरवाजा खोला था। कुंडी अंदर से बंद थी। कालकाजी थानाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह की देखरेख में कालकाजी थाने की कई पुलिस टीमें इस मामले की जांच में जुटी हैं।