मान्यवर:-पंजाब पुलिस के लिए गैंगस्टर, आतंकी और तस्कर बड़ी चुनौती बनते जा रहे हैं। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए आने वाले हथियारों, बमों और नशीले पदार्थों की लंबे समय से चल रही जांच में पाया गया है कि पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में गैंगस्टर और आतंकवादी इनका इस्तेमाल बेरोजगारों और जरूरतमंदों को पैसे का लालच देने के लिए कर रहे हैं। इस बात की पुष्टि खुद पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने की है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब से जुड़े गैंगस्टर अमेरिका, कनाडा, इटली, जर्मनी, मलेशिया और यूरोप के आतंकियों के इशारे पर भी काम करते हैं | गैंगस्टरों के इशारे पर यूपी और मध्य प्रदेश से पंजाब में अवैध हथियार लाए जाते हैं। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक तीन साल में राज्य में 140 से ज्यादा हाईटेक रिवॉल्वर और पिस्टल बरामद हुई हैं | गैंगस्टरों के पास से विदेशी हथियार भी बरामद हुए हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि वे विदेशी आतंकियों की मदद से गैंगस्टरों तक पहुंचे हैं। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि राज्य पुलिस केंद्र की खुफिया एजेंसियों के सहयोग से मामले की जांच कर रही है।
पंजाब पुलिस ने पंजाब के करीब छह जिलों की जेलों में बंद गैंगस्टरों से गैंगस्टरों और तस्करों के बीच संबंधों का पर्दाफाश करने के लिए पूछताछ की है। पुलिस पूछताछ में अहम सुरागों की जांच के लिए काउंटर इंटेलीजेंस ने आईजी स्तर की टीमों का गठन किया है। पुलिस का दावा है कि ये टीमें वे जल्द ही तस्करों के नेटवर्क को तोड़ देंगे। जानकारों ने कहा कि अमृतसर के बचीविंड में ड्रोन बम विस्फोट की घटना भी इस बात का संकेत है कि पहले पंजाब में आतंकियों, तस्करों और गैंगस्टरों का खात्मा करना होगा, इसके बाद देशभर से आने वाले आतंकियों का खात्मा किया जाएगा | गतिविधियों को रोकना संभव हो सकता है।