जालंधर(मान्यवर):-आज डीएवी कॉलेज जालंधर के प्राचार्य डॉ.एस.के. अरोड़ा जी की ओर से डॉ. साहिब सिंह और उनकी पत्नी डॉ. मनदीप कौर मथारू द्वारा संपादित पुस्तक “डॉ दरिया के लोकगीत और साहित्यिक चिंतन” का विमोचन किया गया। डॉ साहिब सिंह की यह पुस्तक उनके गुरु डॉ दरिया को एक श्रद्धांजलि के रूप में समर्पित है वहीं पंजाबी लोककथाओं और संस्कृति के क्षेत्र में डॉ दरिया द्वारा किए गए अकादमिक योगदान को संरक्षित करने का भी प्रयास है। इस संपादित पुस्तक में 18 लेखकों (शोधकर्ताओं) के शोध पत्र हैं, जिनके माध्यम से डॉ. दरिया द्वारा लोककथाओं और संस्कृति के क्षेत्र में किए गए संपूर्ण शैक्षणिक कार्य अध्ययन का आधार रहे हैं।
गुरु और शिष्य की परंपरा को बनाए रखते हुए डॉ. साहिब सिंह ने इस पुस्तक के माध्यम से अपने गुरु को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। इस पुस्तक में डॉ. दरिया जी के संपूर्ण शैक्षणिक कार्य (मूल, संपादित पुस्तकें, संपादित पत्रिकाएँ, शोध निबंध, शोध प्रबंध, शोध पत्र, समाचार पत्र लेख, सम्मेलनों में प्रस्तुत शोध पत्र, सेमिनार, अप्रकाशित रचनाएँ आदि) को समेटने का प्रयास किया गया है।
प्राचार्य डॉ. एस.के. अरोड़ा ने डॉ साहिब सिंह को इस पुस्तक के लिए बधाई देते हुए शुभकामनाएं दी। वाइस प्रिंसिपल प्रो अजय कुमार अग्रवाल ने डॉ साहिब सिंह को बधाई दी और स्टाफ सचिव प्रो. विपिन झांजी ने जहां इस पुस्तक को एक बड़ी उपलब्धि बताया, वहीं प्रो. एस.के. मिढा ने कहा इस पुस्तक को पंजाबी विभाग के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया। डॉ. साहिब सिंह ने प्राचार्य को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए डीएवी कॉलेज जालंधर के बारे में कहा कि यह संस्था हमेशा ही सकारात्मक ऊर्जा देती है। इस अवसर पर पीआरओ डॉ. विनोद बिश्नोई व डॉ. वरुण देव वशिष्ठ उपस्थित थे।