जालंधर(मान्यवर):-टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारतीय दल में पदक जीतने का सबसे मजबूत दावेदार कोई है तो वह निश्चय ही पीवी सिंधु हैं | वह पांच साल पहले रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने में सफल रहीं थीं |इस तरह वह ओलंपिक खेलों की बैडमिंटन में रजत पदक जीतने वाली पहली शटलर बनीं थीं | लेकिन टोक्यो ओलंपिक खेल कोरोना महामारी के बीच पैदा हुई तमाम मुश्किलों के बीच आयोजित हो रहे हैं |इस दौरान अन्य खिलाड़ियों की तरह ही सिंधु की भी तैयारियां प्रभावित हुई हैं |
अब सवाल यह है कि क्या सिंधु अपने तमगे का रंग बदलकर पीला यानी स्वर्ण कर पाएंगी | सिंधु के जज़्बे को देखकर तो लगता है कि वह इस बार पदक का रंग बदलने में जरूर कामयाब होंगी | सिंधु के पिछले ओलंपिक खेलों में भाग लेने और इस बार भाग लेने में काफ़ी फ़र्क है | पिछली बार वह अंडर डॉग की तरह उतरीं थीं | लेकिन इस बार वह पिछले खेलों में रजत पदक जीतने वाली खिलाड़ी के तौर पर उतर रहीं हैं | इस कारण देशवासियों को उनसे खासी उम्मीदें हैं | इस सच से सिंधु भी वाकिफ हैं |