जालंधर(मान्यवर):- भारत में कोरोना की दूसरी लहर भले ही मंद पड़ गई हैं, लेकिन ये याद रखना होगा कोरोनाअभी गया नहीं है और तीसरी लहर का खतरा भी बरकरार है | पिछले तीन दिनों के अंदर देश में कोरोना के बढ़ते आंकड़े | भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 48,878 लोग संक्रमित हुए और 991 लोगों की मौत हुई | जबकि बुधवार को 45,951 और मंगलवार को देश में कोरोना वायरस के 37,566 नए मामले सामने आए थे | अचानक देश में कोरोना के मामलों में उछाल आया है |
अगर ऐसे में लापरवाहियां जारी रहीं तो ये घातक साबित हो सकती हैं | हालांकि, खतरा है फिर भी लोग मानने को तैयार नहीं | पटना के बाजारों में बुधवार को बिना मास्क और बिना सोशल डिस्टेंसिंग के लोग दिखे | वहीं, भोपाल की सड़कों पर भी लोग कोरोना से बेफिक्र नजर आए | इस बीच हिमाचल प्रदेश में टूरिस्टों की भीड़ उमड़ पड़ी | खतरे को देखते हुए प्रशासन ने सोलन में धारा 144 लागू कर दी है |
हिमाचल के नरकंडा में भी टूरिस्टों की भीड़ एकत्रित हो गई है | यही हाल नारकंडा हिल स्टेशन का भी है | वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किए जा चुके , डेल्टा वैरिएंट और कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सरकार ने कुछ बातें साझा की हैं | कोविड टास्क फोर्स के चीफ डॉ. वीके पॉल ने कहा, तीसरी लहर का आना या आना हमारे हाथ में है | इसमें ओवरऑल डिसिप्लिन मायने रखता है | उन्होंने कहा कि देश में मौजूद डेल्टा वैरिएंट का अप्रत्याशित व्यवहार भी महामारी की तस्वीर को बदल सकता है |