जालंधर(मान्यवर) :- हंस राज महिला महाविद्यालय ने आर्ट ऑफ लिविंग के सहयोग से प्रधानाचार्य प्रो डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के कुशल मार्गदर्शन में कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें बताया गया था कि कोविड के समय में तनाव मुक्त शिक्षण के लिए तनाव से कैसे निपटा जाए और रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाई जाए। कार्यशाला के लिए रिसोर्स पर्सन डॉ. मीनाक्षी गुप्ता, एमडी ज्ञानी और आर्ट ऑफ लिविंग के श्री विवेक वंशल थे। डॉ मीनाक्षी गुप्ता द्वारा एक व्यावहारिक सत्र लिया गया जहां उन्होंने सुदर्शन क्रिया के उपयोग पर जोर दिया जो हमारी प्रतिरक्षा को बढ़ाने में सहायक है और हमारे दैनिक जीवन संतुलन के लिए बहुत आवश्यक है। उन्होंने कुछ योग आसनों पर व्यावहारिक सत्र दिया जो तनाव मुक्त करने में सहायक है। प्रतिभागियों में से एक सुश्री रेणु ने अपने जीवन के अनुभव साझा किए कि कैसे सुदर्शन क्रिया ने उनके जीवन को बदल दिया है। सभी संकाय सदस्यों ने सत्र का आनंद लिया और यह सुनिश्चित किया कि वे अपने दैनिक जीवन में सुदर्शन क्रिया को शामिल करेंगे। यह एक संवादात्मक सत्र था। सत्र की आयोजक मनोविज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. आशमीन कौर थीं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि स्वस्थ जीवन के लिए तनाव मुक्त होना चाहिए। उन्होंने सभी संसाधन व्यक्तियों और उनकी टीम को एक शानदार सत्र के लिए धन्यवाद दिया। प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने भी कार्यशाला के उद्देश्य पर अपने विचार रखे और स्वस्थ जीवन पर जोर दिया। उन्होंने सत्र के लिए पूरी टीम को धन्यवाद दिया।
प्रधान अध्यापक