जालंधर(मान्यवर) :- पीजी डिपार्टमेंट ऑफ जूलॉजी, डीएवी कॉलेज जालंधर ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर “पारिस्थितिकी तंत्र बहाली” विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में देश भर से 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। विभाग द्वारा प्रत्येक प्रतिभागी को प्रमाण पत्र दिए गए। कॉलेज प्राचार्य डॉ. एस. के. अरोड़ा ने इस प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के आयोजन के लिए प्राणी विज्ञान विभाग को बधाई दी।
उन्होंने अपने संदेश में प्रतिभागियों को विश्व पर्यावरण दिवस का महत्व बताया। उन्होंने कहा, “दुनिया लगभग 1.5 वर्ष से जिस महामारी से जूझ रही है, उसने दिखाया है कि पारिस्थितिकी तंत्र के नुकसान के परिणाम कितने विनाशकारी हो सकते हैं। जानवरों के लिए प्राकृतिक आवास के क्षेत्र को कम करके हमने रोगजनकों के फैलाने के लिए आदर्श स्थिति बनाई है जिसमें कोरोना वायरस भी शामिल है तथ्य यह है कि केवल स्वस्थ पारिस्थितिक तंत्र के साथ ही हम लोगों की आजीविका बढ़ा सकते हैं, जलवायु परिवर्तन का प्रतिकार कर सकते हैं और जैव विविधता के पतन को रोक सकते हैं”।
प्रोफेसर पुनीत पुरी, डीन अकादमिक और जूलॉजी विभाग के प्रमुख ने भी विश्व पर्यावरण दिवस 2021 पर अपने विचार साझा किए हैं। उन्होंने बताया “विश्व पर्यावरण दिवस 2021 का विषय पारिस्थितिकी तंत्र बहाली है और पाकिस्तान दिन के लिए वैश्विक मेजबान होगा। यह विश्व पर्यावरण दिवस पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली (2021 2030) पर संयुक्त राष्ट्र दशक की शुरुआत करेगा, जो जंगलों से लेकर खेत तक पहाड़ों की चोटी से लेकर समुद्र की गहराई तक अरबों हेक्टेयर को पुनर्जीवित करने के लिए एक वैश्विक मिशन है।”
उन्होंने प्रो. इस प्रश्नोतरी प्रतियोगिता के आयोजन सचिव पंकज बग्गा और श्री अभिषेक (सॉफ्टवेयर डिजाइनर) तथा संकाय सदस्य प्रोफेसर (सुश्री) पूजा शर्मा, डॉ दीपक वधावन, डॉ ऋषि डॉ दिनेश, डॉ कपिला, डॉ अभिनय व सहयोगी हैप्पी और चंदर प्रकाश को भी धन्यवाद प्रेषित किया।