जालंधर(मान्यवर) :- एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमैंट एंड इंजीनियरिंग टैक्नीकल कैंपस में आज एपीजे ग्रुप के संस्थापक स्वर्गीय डा. सत्य पॉल जी को उनकी पुण्य तिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि देने के लिए एक ऑनलाइन प्रार्थना सभा का आयोजन किया। डा. सत्य पॉल ने अपनी भविष्य की अंतर्दृष्टि, दूरद दृष्टिकोण और मिशनरी उत्साह के साथ एपीजे एजुकेशन सोसायटी को भारत के सम्मानित और प्रसिद्ध शैक्षिक निकायों में से एक बनने का नेतृत् किया।
बढ़ती उम्र से बेफिक्र डॉ. सत्य पॉल एपीजे एजुकेशन सोसायटी को नए आधार तोड़ने में मदद करने में सक्रिय रूप से शामिल थे। डॉ. सत्य पॉल को भजन और भक्ति संगीत सुनने का बहुत शौक था। संकाय सदस्यों में से एक पाहुलप्रीत ‘सिंह ने अपनी भावपूर्ण भजन प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर बोलते हुए निदेशक डा. राजेश बग्गा ने कहा कि डा. सत्य पॉल एक शिक्षाविद्, उद्योगपति, दार्शनिक, स्वतंत्रता सेनानी और उत्कृष्ट उद्यमी थे। डा. सत्य पॉल अपने पूरे जीवन में एक उद्यमी, एक मजबूत अनुशासक और एक प्रकाशस्तंभ रहे थे। अदम्य आत्माओं से संपन्न, हमारे संस्थापक ने एक बहादुर की तरह परीक्षणों और क्लेशों का सामना किया।
डॉ.बग्गा ने इस उल्लेखनीय व्यक्ति के महान जीवन के विभिन्न रंग साँझा किये , जिसकी शुरुआत उनके बचपन से लेकर उनकी युवावस्था की उपलब्धियों तक के अंशो से हुई | डॉ.बग्गा ने स्टाफ के सदस्यों को डॉ.सत्या पॉल परिश्रम , निडरता और सच्चाई जैसे गुणों को अपनाकर उनके दृश्टिकोण को साकार करने में मदद करने का आह्वान किया |