जालंधर(मान्यवर) :- कन्या महाविद्यालय क द्वारा छात्राओं में विज्ञान के प्रसार के लिए एक और इनोवेटिव प्रयत्न करते हुए के.एम.वी. अंतर्राष्ट्रीय सीरीज (फिजिक्स चैप्टर) की सफलतापूर्वक शुरुआत की गई है जिसके अंतर्गत छात्राओं को वर्चुअल माध्यम के साथ सी.ई.आर.एन., ई.एन.ई.ए.इत्यादि वैश्विक स्तरीय रिसर्च लैबोरेटरिओं में ले जाया जाएगा।
छात्राओं में विज्ञान पर आधारित सोच एवं उत्सुकता को पैदा करने के मकसद के साथ विद्यालय द्वारा यह नया प्रयत्न शुरू किया गया है जिसमें छात्राएं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों से विज्ञान से संबंधित विभिन्न पहलुओं की जानकारी कर सकेगी। इस सीरीज की अगली कड़ी में ई.एन. ई. ए., इटली से डॉ. मोरो फेलकोनेरी ने छात्राओं से रूबरू होते हुए उन्हें अल्ट्राफास्ट स्पैक्ट्रोस्कोपी लेबोरेटरी का वर्चुअल दौरा करवाया। उन्होंने मॉलीक्यूलर मैकेनिज्म ऑफ रमन स्कैटरिंग, रमन स्पैक्ट्रोस्कॉपी इंस्ट्रूमैंटेशन तथा इसकी प्रणालियों के संबंध में छात्राओं को जानकारी प्रदान की।
इसके साथ ही उन्होंने भारत के महान भौतिक वैज्ञानिक डॉ. सी.वी. रमन द्वारा स्पैक्ट्रोस्कोपी के अध्ययन में डाले गए योगदान को मानते हुए कहा कि रमन स्पैक्ट्रोस्कोपी कैमिकल तथा स्ट्रक्चरल दोनों प्रकार की जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ रमन फिंगरप्रिंट विशेषताओं के साथ पदार्थों की पहचान के बारे में बताती है। इसके अलावा उन्होंने मल्टीपल एक्साइटेशन वेवलैंथ रमन स्पैक्ट्रोमीटर के बारे में भी छात्राओं के साथ जानकारी सांझा की। किसी भी नमूने में से निकाले गए रमन सिग्नल का विश्लेषण कैमिकल कंपोजिशन के संबंध में जानकारी मुहैया करवाता है।
आगे बात करते हुए उन्होंने इलैक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप, एन.आई.आर. स्पैक्ट्रोफोटोमीटर से जान-पहचान करवाने के साथ-साथ रमन स्पैक्ट्रोस्कोपी तथा फोटोलुमिनीसैंस में विभिन्नता से छात्राओं को वाकिफ करवाया। स्पैक्ट्रोस्कोपी की मूल अवधारणा को समझने के लिए डॉ. मोरो द्वार सांझा की गई जानकारी के.एम.वी. की छात्राओं के लिए भरपूर फायदेमंद साबित होगी।