सुप्रीम कोर्ट के नियमो की उड़ रही धज्जिया
जालंधर(मान्यवर) :- आप सभी को पता ही होगा कि करोना महामारी की वजह से देशभर में लगे लॉकडाउन की वजह से बच्चों की शिक्षा को मध्य नजर रखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया था कि बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन क्लासेज के जरिए होगी।
माननीय सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के बनाए गए नियमों मे यह स्पष्ट रूप से बताया गया है कि अगर किसी बच्चे के घर वालों के पास फीस ना दे पा रहे हो तो उसके लिए वह बच्चे को स्कूल से नहीं निकाल सकते | यह नियम माननीय सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने पूरे देश भर में लागू किए हैं लेकिन लगता है कि अब इन नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है |
जी हां , आज जालंधर में एडिशनल पुलिस कमिश्नर के दफ्तर में डिप्स स्कूल (सुराणसी) के खिलाफ कुछ लोग इकट्ठा हुए जिसमें उन बच्चों के मां-बाप भी थे जिन्हें स्कूल वालों ने फीस ना देने पर ऑनलाइन क्लास से निकाल दिया है |
बच्ची के घर वालों का बताया है कि उनके बच्ची सातवीं कक्षा में है और उसका एग्जाम चल रहा था स्कूल वालों ने फीस ना आने पर बच्ची को ऑनलइन एग्जाम से बाहर निकाल दिया और उनके घर वालों को धमकी भी देने लगे कि अगर आपने समय पर फीस जमा ना करवाई तो आपकी बच्ची का ऑनलाइन एग्जाम एक्सेप्ट नहीं किया जाएगा और ना ही ऑनलाइन रिजल्ट निकाला जाएगा | बच्चो के घरवालों का कहना है की वह जल्द इस मामले में कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकते है |