गूगल सर्च में दिखे नंबर्स और प्राइवेट ग्रुप्स के ज्वाइनिंग लिंक
मान्यवर :- WhatsApp अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर विवादों में है | नई प्राइवेसी पॉलिसी में WhatsApp ने मोटे तौर पर ये साफ कर दिया है कि यूजर्स की चैट तो सिक्योर हैं, लेकिन यूजर डेटा पर फेसबुक की पूरी नजर रहेगी | अब WhatsApp की एक और खामी निकल कर आ रही है जो कुछ साल पहले भी आई थी |
एक बार फिर से WhatsApp ग्रुप्स गूगल सर्च में दिखने लगे | यानी किसी भी प्राइवेट WhatsApp ग्रुप को यूजर्स गूगल सर्च करके ज्वाइन कर सकते हैं | इससे पहले 2019 में वॉट्सऐप ग्रुप गूगल सर्च में दिखने लगे थे, जिसके बाद कंपनी ने दलील दी और इसे ठीक किया गया |
गौरतलब है कि इससे पहले गूगल सर्च में WhatsApp यूजर्स के प्रोफाइल भी दिखने लगे | हालांकि अब WhatsApp ने एक बार फिर से ठीक भी कर लिया है. लेकिन ये मामला काफी गंभीर है | क्योंकि वॉट्सऐप पर किसी ऑफिस का या संवेदनशील चीजों के लिए किसी ने ग्रप बनाया है जिसे गूगल सर्च करके कोई भी ज्वाइन कर सकता था |
सिक्योरिटी रिसर्चर के मुताबिक एक बार फिर से गूगल सर्च में WhatsApp यूजर्स के कॉन्टैक्ट्स भी दिख रहे हैं | हालांकि अब इसे भी ठीक कर लिया गया है | इंटरनेट सिक्योरिटी रिसर्चर राजशेखर ने ट्वीट में कुछ स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं | इन स्क्रीनशॉट में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे एक सिंपल गूगल सर्च से कोई भी शख्स किसी भी वॉट्सऐप ग्रुप में लिंक के जरिए एंटर कर सकता है | नोट करने वाली बात ये भी है कि लिंक के जरिए वॉट्सऐप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए किसी की परमिशन की भी जरूरत नहीं होती है | WhatsApp की ये खामी फिर से क्यों आई, क्या ये कंपनी जानबूझ कर ऐसा करती है या फिर ये कोई बग है ये कह पाना मुश्किल है लेकिन वॉट्सऐप ने एक न्यूज वेबसाइट को भेजे गए स्टेटमेंट में कहा है कि अब इसे ठीक कर लिया गया है |
भले ही वॉट्सऐप ने ये इश्यू ठीक कर लिया है, लेकिन एक बार फिर से अब ये साबित हो रहा है कि प्राइवेसी के मामले में WhatsApp धीरे धीरे खोखला होता जा रहा है | यही वजह है कि लोग अब Signal और Telegram जैसे ऐप्स को तरजीह दे रहे हैं | WhatsApp के स्टेटमेंट के मुकाबिक मार्च 2020 से WhatsApp ने सभी डीप लिंक पेज में noindex लगाया है और गूगल के मुताबिक इस वजह से ये गूगल सर्च में नहीं दिखेगा | कंपनी ने कहा है कि गूगल से इंडेक्सिंग न करने को भी कहा गया है | WhatsApp ने सफाई देते हुए ये भी कहा है कि जब भी कोई ग्रुप ज्वाइन करता है तो उस ग्रप के ऐडमिन को उसका नोटिस मिलता है और वो चाहे तो किसी भी टाइम इन्वाइट लिंक को बदल सकता है ये रिवोक कर सकता है |