जानिए कैसे
मान्यवर :- आज की जिंदगी मानों रेलगाड़ी से भी ज्यादा तेज़ी से चल रही हो | इंसान ने अपने काम को अपने ऊपर इतना हावी बना लिया है की खुद को तनाव का शिकार बनाया है | हर रोज हमारी ज़िन्दगी में हम न जाने कितनी मुश्किलों का सामना करते है | कई बार तो ऐसे हालत बन जाते है की हम अपनी मुसीबतो का सामना करने में असमर्थ हो जाते और उसे अपने पर हावी होने देते है | तो कई बार उनसे निपटते हुए हमें भारी टेंशन का सामना करना पड़ता है। हम में से कई लोग कुछ किस्म के तनावों को झेलते हुए इतना आदी हो चुके होते हैं कि उन्हें महसूस ही नहीं कर पाते। ऐसे तनाव को यूस्ट्रेस (eustress) कहा जाता है। अगर देखा जाए तो ये तनाव आपकी परफॉरमेंस और काम करने की क्षमता पर निगेटिव असर डालता है।
• इस आर्टिकल में हम आपको तनाव/टेंशन क्या है, तनाव के लक्षण, ज्यादा टेंशन लेने से नुकसान, टेंशन से बचने के उपाय और कुछ सरल स्ट्रेस मैनेजमेंट टिप्स के बारे में जानकारी देते है |
टेंशन/स्ट्रेस क्या है ?
स्ट्रेस या तनाव होना सामान्य बात है। ये तब महसूस होता है जब किसी स्थिति से निपटना मुश्किल हो जाता है। टेंशन होने पर एड्रेनालाईन (Adrenaline) हमारे पूरे शरीर में दौड़ने लगता है। दिल की धड़कन बढ़ जाती है और मानसिक और शारीरिक चेतना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। हमें पसीना आता है, सनसनी महसूस होती है और कई बार पूरे शरीर के रोएं खड़े हो जाते हैं।
कितना खतरनाक है तनाव ?
ऐसा नहीं है कि हमारे पूर्वजों की जिंदगी में तनाव नहीं होता था, लेकिन वो ‘करो या मरो’ की स्थिति को अपनाकर आसानी से इससे पार पा सकते थे। आज हमारे जीवन में तनाव की मात्रा और उनकी आवृत्ति भी कहीं ज्यादा है। लेकिन सबसे मुश्किल की बात यह है कि स्ट्रेस देने वाले हार्मोन जैसे एड्रेलिन और कॉर्टिसोल का उत्सर्जन उस वक्त और ज्यादा खतरनाक हो जाता है जब हमें उनकी जरूरत ना हो।
अगर तनाव (stress in hindi) लंबे वक्त तक रहे तो ये हमारे इम्यून सिस्टम और हृदय को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा बाहरी बीमारियों से निपटने की हमारी शारीरिक और मानसिक क्षमता भी प्रभावित होती है। इसका मतलब साफ है कि तनाव उस वक्त और ज्यादा खतरनाक हो जाता है जब आपको हर पांच मिनट में करो या मरो की स्थिति में जाना पड़े। क्या इस स्थिति से निपटने का कोई आसान और स्वस्थ तरीका हो सकता है? ये काम हम कैसे कर सकते हैं? अगर हम ये पता लगा सकें कि जो हम महसूस कर रहे हैं उसका कारण क्या है? तो हम मुश्किलों से और अधिक स्मार्ट तरीके से निपट सकते हैं।
- ज्यादा तनाव लेने से होने वाले नुकसान:
हमारा इम्यून सिस्टम और हृदय को नुकसान पहुंच सकता है।
गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
उम्र कम हो जाती है।
- तनाव को समझना क्यों जरूरी है?
तनाव के कारण कई गंभीर मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। भारत में हर चार में से एक इंसान हर साल टेंशन की समस्या की चपेट में आ जाता है। यही वो कारण है जिसकी वजह से कई बार हम लोग काम करते हुए भी लंबे वक्त तक काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। अगर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को लंबे वक्त तक अनदेखा किया जाए जो ये गंभीर समस्या में बदल सकता है। देश में टेंशन और डिप्रेशन का इलाज करवाने वाले मरीजों में से तीन चौथाई महिलाएं हैं। लेकिन जो तीन चौथाई लोग टेंशन और डिप्रेशन के कारण आत्महत्या कर लेते हैं वह पुरुष हैं। चूंकि डिप्रेशन और टेंशन ही सुसाइड के मामलों के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं इसलिए इसके इलाज के महत्व की जरुरत को आसानी से समझा जा सकता है। इसके अलावा टेंशन होने पर उसके बारे में बात करना किसी कमजोरी की निशानी नहीं है। उसके लिए हिम्मत चाहिए।
क्यों होता है तनाव ?
आजकल होने वाले तनाव के कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हैं जैसे –
– काम
– बेरोजगारी
– पैसा
– अलगाव और कुछ अन्य कारण जैसे घर छोड़ना
– पार्टनर से ब्रेकअप
– नौकरी में बदलाव होना
– बच्चों का घर छोड़ना
थोड़ी देर के लिए जीवन में उतार-चढ़ाव आना बहुत आम बात है लेकिन अगर ये लंबे वक्त तक बनी रहे जो ये जिंदगी से जुड़ी बाकी चीजों को भी खराब कर सकती है। वैसे भी तनाव इसलिए कभी नहीं होता क्योंकि आप कमजोर हैं बल्कि हमेशा इसलिए होता है कि आप उसकी मौजूदगी होने के बाद भी टेंशन को रहने दे रहे हैं और उसका विरोध नहीं कर रहे हैं।
- क्या हैं चेतावनी देने वाले लक्षण ?
– सामान्य से ज्यादा या कम भोजन करना।
– तेजी से मूड बदलना।
– आत्मसम्मान में कमी आना।
– हर वक्त टेंशन या बेचैनी महसूस करना।
– ज्यादा या कम सोना।
– कमजोर याददाश्त या भूलने की समस्या।
– जरुरत से ज्यादा शराब या ड्रग्स लेना।
– जरुरत से ज्यादा थकान या ऊर्जा में कमी होना।
– परिवार और दोस्तों से दूर-दूर रहना।
– चरित्र से दूर हो जाना।
– ध्यान केंद्रित न करना और काम में संघर्ष करना।
– उन चीजों में भी मन न लगना जो पहले आपको पसंद थीं।
– विचित्र अनुभव होना, उन चीजों का दिखना जो वहां हैं ही नहीं।
इसके अलावा टेंशन के कुछ शारीरिक लक्षण भी हो सकते हैं जिनमें सिरदर्द, किसी खास अंग या शरीर में दर्द होना शामिल है।